जापान में चार मौसम होते हैं। मौसम में होने वाले बदलाव जापान का आकर्षण भी हैं और विशेषता भी।
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जापान में कौन से मौसम होते हैं
जापान के चार मौसम हैं वसन्त, गर्मी, शरद और सर्दी।
वसन्त – तापमान धीरे-धीरे बढ़ने लगता है और मौसम सुहावना रहता है। साकुरा के फूल इसी मौसम में खिलते हैं। (मार्च से मई)
गर्मी – पहले बहुत बारिश और उसके बाद ग्रमी बढ़ने लगती है। (जून से अगस्त)
शरद – तापमान घटने लगता है और मौसम सुहावना हो जाता है। (सितम्बर से नवम्बर)
सर्दी – तापमान घटता जाता है और ठंड पड़ जाती है। कई जगह बर्फ़ भी पड़ती है। (दिसम्बर से फ़रवरी)
जापान के अलावा भी बहुत से देशों में चार मौसम होते हैं लेकिन जापान की खासियत यह है कि यहाँ हर तीन महीनों में मौसम बदलता है।
चार मौसमों की विशेषता
हर मौसम में उसके अपने फूल होते हैं और पेड़-पौधों के पत्ते रंग बदलते हैं।
हर मौसम में अलग फल, सब्ज़ियाँ और मछलियाँ मिलती हैं।
सिर्फ़ गर्मी या सर्दी से ही नहीं, बल्कि प्रकृति में होने वाले बदलावों और खाने-पीने की चीज़ों से भी मौसम के बदलाव का पता चलता है।
जापान में हर मौसम में होने वाले अलग-अलग आयोजन भी हैं। जैसे, वसन्त में साकुरा के फूल जेखने जाना और गर्मियों में आतिशबाज़ी देखना। हर मौसम में होने वाले आयोजनों के माध्यम से मौसम का आनन्द लेना भी जापानी संस्कृति की विशेषता है।
जापान में आप भी मौसमों का मज़ा लीजिएगा। इससे आपको अच्छा महसूस होगा और मरीज़ों से बातचीत करने में भी मदद मिलेगी।
देनिक जीवन पर मौसम का असर
अधिकतर विदेशियों को जापान की उमस भरी गर्मी और कड़ी ठंड में परेशानी होती है।
यह वेबसाइट देख रहे बहुत से लोग शायद खुश्क मौसम या बारिश वाले मौसम वाले देशों से होंगे। जिन देशों में पूरे साल गर्मी रहती है, वहाँ से आये लोगों को भी गर्मी की उमस और साल में कई बार आने वाले तूफ़ान देखकर हैरानी होती है। सर्दियों में तापमान बहुत घट जाता है। कई जगह तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से कम रहता है और वहाँ बर्फ़ भी पड़ती है।
मौसम के अनुसार कपड़े बदलना भी जापान के मौसमों की विशेषता है।
बर्फ़ पड़ने पर क्या होता है
आमतौर पर दिसम्बर से फ़रवरी के बीच बर्फ़ पड़ती है। बर्फ़ पानी जमने पर बनती है इसलिए आप समझ सकते हैं कि तापमान कितना कम रहता है। जापान उत्तर से दक्षिण दिशा में फैला हुआ लम्बा देश है इसलिए जहाँ एक तरफ़ ऐसे क्षेत्र भी हैं जहाँ सड़कें कई मीटर ऊँची बर्फ़ से ढक जाती हैं, वहीं ऐसे क्षेत्र भी हैं जहाँ साल में एक बार भी बर्फ़ नहीं पड़ती। बर्फ़ पड़ने पर सड़कें जम जाती हैं और लोग फिसल सकते हैं। सड़क पर चलते समय ध्यान रखना होता है कि कहीं फिसल न जाएँ। अगर बर्फ़ पड़ी हो तो साइकिल चलाना खतरनाक हो सकता है। बहुत बर्फ़ पड़ने पर रेलगाड़ियों और बसों की सेवाएँ बंद भी हो जाती हैं, सड़कों पर भीड़ होती है और फिसलने का भी डर रहता है इसलिए ध्यान से चलना चाहिए। कहीं आने-जाने में समय भी ज़्यादा लग सकता है इसलिए वक्त से थोड़ा पहले निकलने की आदत डालनी चाहिए।
शुरू-शुरू में तापमान के उतार-चढ़ाव की आदत पड़ने में देर लग सकती है। आम तौर पर दुकानों में एयर कंडिशनर लगे रहते हैं। आशा है आपको भी धीरे-धीरे जापान के मौसमों की आदत पड़ जाएगी।