जब वृद्ध और अन्य मरीज़ मिलकर एक-दूसरे के साथ बातचीत करते हैं, कसरत करते हैं, या कोई हल्का-फुल्का काम करते हैं तो उसे देखभाल मनोरंजन कहते हैं। आप जानना चाहते होंगे कि वृद्धों को इसकी ज़रूरत क्यों है या विकलांग व्यक्ति क्या करते हैं? देखभाल के काम का बहुत ज़रूरी और बड़ा हिस्सा है मनोरंजन।
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मनोरंजन की भूमिका
वृद्धों या मरीज़ों के जीवन में गतिविधियाँ कम होने के कारण हर दिन एक सा लगता है। इसलिए मनोरंजन के माध्यम से थोड़ा बदलाव लाना, दूसरे लोगों से बात करना, कसरत करना, और दिल-दिमाग पर अच्छा प्रभाव डालना महत्त्वपूर्ण है।
मनोरंजन क्यों ज़रूरी है?
उम्र के साथ बहुत से लोगों के दिमाग की क्षमता घट जाती है। मनोरंजन से दिमाग की कसरत होती है और मनोभ्रंश (Dementia) से बचने में मदद मिलती है। शारीरिक कामकाज कम होने की वजह से माँसपेशियाँ कमज़ोर हो जाती हैं। इससे मरीज़ गिर सकते हैं और हड्डी टूट सकती है। हल्की-फुल्की कसरत करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
उम्र के साथ घर से बाहर निकलना भी कम हो जाता है और लोगों से बातचीत के अवसर भी धट जाते हैं। लोगों से बात करना भी मनोरंजन का हिस्सा है।
देखभाल केन्द्र में मनोरंजन के लिए क्या करते हैं?
अधिकतर देखभाल केन्द्रों में रोज़ मनोरंजन का समय रखा जाता है।
गाने गाना, हाथ का काम करना, कुइज़ खेलना, गेंद से खेलना, कसरत करना, ये सब मनोरंजन के तरीके हैं। जो लोग ज़्यादा काम नहीं कर सकते है उनके लिए भी आसान गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
रोज़ ऐसा कुछ न कुछ करने के अलावा साल में एक-दो बार बड़े आयोजन भी होते हैं।
बाहर निकलकर साकुरा के फूल निहारना और मौसम का आनन्द लेना भी मनोरंजन में शामिल है।