जापान में रहने पर आने वाला खर्च

जापान में रहने पर आने वाला खर्च

जब विदेशी कर्मी जापान में रहना शुरू करते हैं तो कुछ संस्थान उन्हें रहने की जगह भी देते हैं। लेकिन मकान का किराया या खाने-पीने का खर्च उन्हें अपनी जेब से ही देना होता है। इसलिए यह अंदाज़ा होना अच्छा है कि एक महीने में लगभग कितना खर्च आता है। यहाँ हम बताएँगे कि एक व्यक्ति एस महीने तक अकेले जापान में रहे तो कितना खर्च आएगा।

Contents:

एक महीने का खर्च

जापान के गृह मंत्रालय के अनुसार 2020 में जापान में अकेले रहने वाले व्यक्ति (औसत उम्र 58.5 वर्ष) का खर्च लगभग एक लाख 50 हज़ार येन था। इसमें अकेले या परिवार के साथ रहने से जुड़े खर्च शामिल हैं। लेकिन यह आँकड़ा पूरे जापान से लिए गए आकड़ों का औसत है। तोक्यो जैसे क्षेत्र जहाँ मकान का किराया अधिक है वहाँ किराये का खर्च भी अधिक होता है और हर मरीने का कुल खर्च भी बढ़ जाता है। सितम्बर से दिसम्बर के बीच सबसे ज़्यादा खर्चे होते हैं।

स्रोत – जापान गृह मंत्रालय, परिवारों के सर्वेक्षण की रिपोर्ट  https://www.stat.go.jp/data/kakei/2020np/gaikyo/pdf/gk02.pdf

अब देखते हैं कि इसमें कौन-कौन से खर्च गिने जाते हैं। इसके अलावा औसत बचत लगभग 40 हज़ार येन थी। अकेले रहने वाले जापानी लोग भी खाने-पाने और बिजली, पानी का खर्चा कम रखने के लिए बचत करते हैं और बचे हुए पैसों को मनोरंजन पर खर्च करते हैं या आगे के लिए बचा कर रखते हैं।

किराया लगभग 20,000 येन

खान-पान लगभग 40,000 येन

बिजली, पानी, गैस लगभग 12,000 येन

इंटरनेट, फ़ोन. आदि लगभग 7,000 येन

कपड़े या दैनिक जीवन का सामान लगभग 5,000 येन

यातायात, मनोरंजन लगभग 28,000 येन

चिकित्सा, आदि लगभग 7,000 येन

इनके अलावा लगभग 33,000 येन

कुल खर्च लगभग 1,52,000 येन

 

महीने के खर्च का 40 प्रतिशत - किराया और खाना-पीना

खर्चों के आँकड़े देखने से पता चलता है कि औसत किराया लगभग 20,000 येन था। लेकिन यह हर क्षेत्र में अलग है। इसलिए आपके रहने और काम करने का क्षेत्र तय होने के बाद, इंटरनेट पर वहाँ के आँकड़े देखने से आपको किराये का बेहतर अंदाज़ा होगा।

इसके अलावा खर्चों के आँकड़ों से पता चलता है कि अकेले रहने वाले का खाने-पाने का औसत मासिक खर्च लगभग 40 हज़ार येन है। जो लोग खुद खाना पकाते हैं वे सुपरमार्केट से एक साथ ढेर सारा सामान खरीदते हैं और अकसर शनि-रविवार को खाना बनाकर रख लेते हैं। ये लोग काम पर लंच लेकर जाते हैं। जिन्हें खाना पकाना नहीं आता वे कन्वीनियंस स्टोर या अन्य रेस्तराँ से लंच का डिब्बा खरीदते हैं।

 

बचत करने का तरीका

जापान महंगा देश है और यहाँ अकेले रहने में कई लोग घबराते भी हैं। ऐसे लोगों को बचत के कुछ तरीके सिखाते हैं। आमतौर पर दो तरह के खर्चे होते हैं – कुछ खर्चे हर महीने बराबर रहते हैं और कुछ बदलते रहते हैं। बदलने वाले खर्चे हैं खाना-पीना, यातायात, या चिकित्सा। ये हर महीने बदलते रहते हैं इसलिए बचत के बारे में सोचना थोड़ा मुश्किल है। जो खर्चे हर महीने बराबर रहते हैं, जैसे मकान का किराया. इंटरनेट का बिल, आदि, उनके कॉन्ट्रैक्ट बदल कर आप बचत की कोशिश कर सकते हैं। खास तौर पर इंटरनेट के बिल में काफ़ी बचत हो सकती है।

 

फ़ोन के बिल पर ध्यान दें

खर्चों के आँकड़ों के अनुसार, अकेले रहने वाले लोगों का मासिक इंटरनेट और फ़ोन बिल लगभग 7,000 येन है। यानी साल में 84,000 येन। हाल के सालों में इंटरनेट सेवा में सुधार हुए हैं और सस्ती सोवाएँ भी आ गयी हैं। गृह मंत्रालय ने तोक्यो सहित दुनिया के 6 देशों के फ़ोन बिल की मार्च 2021 की जानकारी जारी की थी। उससे पता चलता है कि 20 जीबी डाटा के प्लान लोकप्रिय हैं। तोक्यो में इसका खर्च लगभग 3,000 येन है जो काफ़ी सस्ता है और लंदन के बाद दूसरे स्थान पर है।

बड़ी कम्पनी का प्लान बिना लिए भी आप आराम से स्मार्टफ़ोन या इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए फ़ोन और इंटरनेट के बिल पर पैसे बचाना संभव है। सस्ती सेवाएँ लेकर अगर आप महीने में लगभघ 2,000 येन बचाते हैं तो साल में 24,000 येन की बचत हो सकती है। स्मार्टफ़ोन के प्लान अकसर पैकेज डाटा के साथ आते हैं और उनके खर्चे पर निर्भर होते हैं इसलिए तीन महीने तक एक प्लान आज़मा कर पता लगाएँ कि आपको कितने डाटा की ज़रूरत है और उसके हिसाब से प्लान खरीदें।