छोटे शहरों का मज़ा

छोटे शहरों का मज़ा

जापान के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए अधिकतर लोग टीवी, मैगज़ीन या वेबसाइट आदि की मदद लेते हैं। जापान उत्तर से दक्षिण की ओर फैला लम्बा द्वीप देश है। हालाँकि लोग तोक्यो और ओसाका जैसे बड़े शहरों के बारे ज़्यादा जानते हैं, उनके बाहर भी बहुत सुन्दर शहर और घूमने की जगहें हैं। जहाँ भी जाओ, पहाड़ और समुद्र नज़र आ ही जाते हैं इसलिए आप मछलियाँ और स्थानीय व्यंजन खाने का आनन्द ले सकते हैं। जापान में काम करने की बात सोच कर मन में बड़े शहरों की ही छवि बनती है, लेकिन जापान के छोटे शहर और गाँव भी बहुत आकर्षक हैं और इसी बारे में बताया कुछ ऐसे विदेशियों ने जो ऐसी जगह काम कर चुके हैं।

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उत्तर से दक्षिण तक फैला लम्बा द्वीप देश

जापान आकार में लम्बा और संकरा है। हैरानी की बात यह है कि इसका दक्षिणी हिस्सा गर्म क्षेत्र में और उत्तरी हिस्सा ठंडे क्षेत्र में पड़ता है। इसलिए सबसे गर्म प्रदेश ओकिनावा और सबसे ठंडे प्रदेश होक्काइदो के ज़मीन से घिरे क्षेत्रों के औसत तापमान का अन्तर 15 डिग्री से भी ज़्यादा है। उत्तर में आप स्कींग कर सकते हैं तो दक्षिण में तटीय रोज़ॉर्ट का आनन्द ले सकते हैं। जापान चारों तरफ़ से समुद्र से घिरा हुआ है, लेकिन यहाँ समतल ज़मीन कम है। देश का लगभग दो-तिहाई हिस्सा जंगलों से ढका हुआ है। बड़े शहर समतल क्षेत्रों में बसे हुए हैं, लेकिन अगर आप छोटे शहरों या गाँवों में जाएँगे तो समुद्र, पहाड़, वहाँ मिलने वाली खाने की चीज़ों और वहाँ के विशेष आकर्षणों का आनन्द उठा पाएँगे।

अगर आप जापान में देखभाल कर्मी के तौर पर काम करने में रुचि रखते हैं तो जापान के भूगोल के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करके देखिएगा।


प्रश्न – जापान में चार बड़े द्वीप हैं। उनके अलावा अगर इस देश के हर छोटे-बड़े सुदूर द्वीप को भी गिना जाए तो यहाँ कुल मिलाकर कितने द्वीप हैं?

उत्तर – 6,852 (2015 में किये गये राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार)

 

छोटे शहरों का मज़ा

जापान की अर्थव्यवस्था बड़ी है और भौगोलिक क्षेत्र छोटा है। इस वजह से यहाँ यातायात का नेटवर्क बहुत विकसित है। आप हवाई जहाज़. ट्रेन, कार या बस से आसानी से कहीं भी जा सकते हैं। दूर-दराज़ के किसी गाँव में काम करते हुए भी आप छुट्टियों में जापान घूम सकते हैं या पास के शहर में शॉपिंग करने जा सकते हैं। इसके अलावा, शायद आप यह जानकर हैरान होंगे कि यहाँ बहुत सी सेवाएँ हैं जो ऑनलाइन शॉपिंग से खरीदा हुआ सामान अगले दिन ही आपके घर पहुँचा देती हैं। छोटे शहर या गाँव में रहकर भी आपको आम जीवन में काम में आने वाली चीज़ों के लिए बिलकुल परेशान नहीं होना पड़ेगा।

जापान का एक और बड़ा आकर्षण है यहाँ की प्राकृतिक छटा। बहुत से छोटे शहर पहाड़ों, समुद्र या नदियों के पास बसे हैं। वहाँ की संस्कृति और खान-पान का भी अपना ही मज़ा है।

जापान में काम कर रहीं फ़िलिपीन्स की ऐनी जी ने कहा, “छोटे शहरों और गाँवों में बहुत सुन्दर नज़ारे देखने को मिलते हैं। वहाँ प्रकृति बहुत सुन्दर है। बड़े शहरों में पहाड़, जंगल और खेत बहुत कम हैं, ओन्सेन यानी गर्म पानी के चश्मे भी ज़्यादा नहीं हैं। दूर-दराज़ के क्षेत्रों में वहाँ की अपनी खासियत है जैसे खास व्यंजन, कारीगरी या त्योहार। मुझे निक्को के युबा (तोफ़ु की मलाई) से बने व्यंजन और ओकिनावा का खान-पान बहुत पसन्द हैं।”

 

छोटे शहरों में काम करना

बड़े शहर में काम करें या छोटे शहर में यह आपकी अपनी सोच पर निर्भर है। बड़े शहरों का रहन-सहन रौनक से भरा होता है। वहाँ लोगों की भीड़ भी होती है और महंगाई भी ज़्यादा होती है। दूसरी ओर, छोटे शहरों में हवा-पानी साफ़ होता है और मकान का किराया या अन्य चीज़ें सस्ती होती हैं। जापान के ओइता प्रिफ़ैक्चर के एक छोटे शहर में काम कर चुके नेपाल के श्री मणि ग्यावली के बताया, “मैं कई कारणों से तोक्यो और ओसाका में भी रह चुका हूँ। दोनो बड़े शहर हैं और अपने-आप में बहुत अच्छी जगहें हैं। लेकिन मुझे छोटी जगह ज़्यादा पसन्द है क्योंकि वहाँ की प्रकृति और लोगों का व्यवहार मुझे ज़्यादा पसन्द आता है। वहाँ के लोग एक-दूसरे से बात करने, एक-दूसरे की मदद करने को अधिक महत्त्व देते हैं जो बड़े शहरों में कम दिखाई देता है। मुझे लगता है कि छोटे शहरों के लोग मुसीबत में फँसे अनजान व्यक्ति की मदद करने को भी तैयार रहते हैं। इसके अलावा छोटे शहरों में भी बड़े शहरों की तरह दैनिक जीवन के लिए ज़रूरी सभी चीज़ें मिल जाती हैं इसलिए आप मज़े से सुकून भरे वातावरण में काम कर सकते हैं।”

 

प्राकृतिक आपदाओं का देश जापान

अंत में बात करते हैं प्राकृतिक आपदाओं की। समुद्र और पहाड़ पास होने के कारण छोटे शहरों और गाँवों में आने वाली प्राकृतिक आपदाओं को लेकर आपके मन में फ़िक्र हो सकती है। शहर बड़ा हो या छोटा, जापान में हर जगह प्राकृतिक आपदाओं से बचाव की तैयारी रखना ज़रूरी है। तूफ़ान, मूसलाधार वर्षा, तेज़ बर्फ़बारी, भूकम्प, त्सुनामि और ज्वालामुखी फटना प्राकृतिक आपदाओं के उदाहरण हैं। शायद आपने मार्च 2011 में पूर्वोत्तरी जापान में आये भूकम्प और त्सुनामि के बारे में समाचारों में सुना या पढ़ा होगा। जापान में सरकार, नगरपालिकाएँ और कम्पनियाँ प्राकृतिक आपदा से बचाव की तैयारी में जुटी रहती हैं। जापान में काम करते हुए आपको समय-समय पर आपदा बचाव ट्रेनिंग में भी हिस्सा लेना होगा।

पहली बार भूकम्प का अनुभव डरावना लग सकता है। नीचे दिये गये लिंक पर आप पहले से प्राकृतिक आपदाओं के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।